LPG Gas Price: लाखों घरेलू उपभोक्ताओं के लिए अगस्त का महीना राहत भरी खबर लेकर आया है। सरकार ने घरेलू एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतों में 300 रुपये तक की बड़ी कटौती कर दी है। यह कटौती पूरे देश में लागू हो चुकी है और नई दरें 16 अगस्त 2025 से प्रभावी हो गई हैं। इस फैसले से खासकर मध्यम वर्ग और गरीब परिवारों को सीधा फायदा मिलेगा, जो हर महीने बढ़ती महंगाई के बीच रसोई खर्च का बोझ झेल रहे थे। यह कटौती केंद्र सरकार की ओर से दी गई सब्सिडी में बदलाव का नतीजा है और इसका लाभ सभी पात्र उपभोक्ताओं को मिलेगा।
महानगरों में नए रेट
दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और कोलकाता जैसे बड़े शहरों में अब घरेलू एलपीजी सिलेंडर की नई दरें लागू हो चुकी हैं। दिल्ली में अब 14.2 किलो का गैस सिलेंडर 903 रुपये में मिलेगा, जबकि पहले यह 1203 रुपये में बिक रहा था। इसी तरह मुंबई में यह कीमत घटकर 902 रुपये हो गई है। चेन्नई और कोलकाता में भी रेट क्रमशः 918 रुपये और 915 रुपये तक आ गए हैं। इन कटौतियों के बाद उपभोक्ताओं को अब हर महीने लगभग 300 रुपये की बचत होगी, जिससे उनका घरेलू बजट थोड़ा राहत महसूस कर सकेगा।
क्यों हुई कीमतों में कटौती
सरकार ने यह फैसला अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल और एलपीजी की कीमतों में आई गिरावट के चलते लिया है। इसके अलावा, सरकार पर लगातार महंगाई को लेकर विपक्ष और जनता का दबाव भी बना हुआ था। त्योहारी सीजन की शुरुआत को देखते हुए यह निर्णय समय पर लिया गया है ताकि आम लोगों को थोड़ी राहत मिल सके। पेट्रोलियम मंत्रालय ने एक बयान में कहा है कि यह कदम गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है और यदि भविष्य में कीमतों में और गिरावट आती है तो सरकार फिर से मूल्य समायोजन कर सकती है।
उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को फायदा
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत जो लाभार्थी रजिस्टर हैं, उन्हें यह कटौती और भी ज्यादा राहत देगी। पहले से ही उज्ज्वला कार्डधारकों को हर सिलेंडर पर 200 रुपये की सब्सिडी मिल रही थी। अब नई दरों के लागू होने के बाद उन्हें कुल मिलाकर लगभग 500 रुपये तक का सीधा लाभ होगा। सरकार ने यह भी घोषणा की है कि उज्ज्वला योजना के तहत और नए परिवारों को जोड़ा जाएगा, जिससे देशभर में अधिक से अधिक जरूरतमंद महिलाएं इस योजना का लाभ ले सकेंगी। यह फैसला खासकर ग्रामीण इलाकों के लिए गेम चेंजर साबित हो सकता है।
कमर्शियल सिलेंडर पर कोई बदलाव नहीं
जहां घरेलू एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतों में बड़ी कटौती की गई है, वहीं कमर्शियल गैस सिलेंडर के रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया है। होटल, रेस्टोरेंट और व्यापारिक उपयोग के लिए इस्तेमाल होने वाले 19 किलो सिलेंडर की कीमतें पूर्ववत बनी हुई हैं। व्यापारियों ने इस पर नाराजगी भी जाहिर की है और मांग की है कि कमर्शियल सिलेंडर की दरों में भी कटौती की जाए ताकि ग्राहकों तक सस्ता खाना और सेवाएं पहुंचाई जा सकें। फिलहाल सरकार की प्राथमिकता घरेलू उपभोक्ता हैं, इसलिए कमर्शियल क्षेत्र को अभी इंतजार करना पड़ सकता है।
उपभोक्ताओं की प्रतिक्रिया
गैस सिलेंडर की कीमतों में आई इस कटौती के बाद आम जनता ने राहत की सांस ली है। सोशल मीडिया पर भी लोगों ने सरकार के इस फैसले की सराहना की है। कई उपभोक्ताओं ने इसे “त्योहार से पहले का तोहफा” बताया है। गृहणियों ने कहा कि अब मासिक बजट थोड़ा संतुलित हो पाएगा और बचत में इजाफा होगा। हालांकि कुछ लोग यह भी कह रहे हैं कि यह कटौती स्थायी होनी चाहिए, क्योंकि कुछ महीनों बाद फिर से कीमतें बढ़ने का डर रहता है। जनता को उम्मीद है कि सरकार भविष्य में भी इसी तरह के राहत भरे कदम उठाती रहेगी।
क्या आगे और राहत मिलेगी
पेट्रोलियम मंत्रालय से जुड़े सूत्रों का कहना है कि अगर वैश्विक बाजार में एलपीजी की कीमतें स्थिर या और कम होती हैं, तो भविष्य में एक और कीमत में कटौती संभव है। इसके अलावा, सरकार उज्ज्वला लाभार्थियों के लिए साल में दो मुफ्त सिलेंडर देने के विकल्प पर भी विचार कर रही है। यह प्रस्ताव फिलहाल समीक्षा में है और कैबिनेट की मंजूरी के बाद लागू हो सकता है। कुल मिलाकर, आने वाले दिनों में उपभोक्ताओं को गैस सिलेंडर की कीमतों में और राहत मिल सकती है, बशर्ते अंतरराष्ट्रीय बाजार की स्थिति अनुकूल बनी रहे।
अस्वीकरण
यह लेख केवल सूचना प्रदान करने के उद्देश्य से तैयार किया गया है और इसमें दी गई जानकारियाँ सार्वजनिक स्रोतों, समाचार एजेंसियों और सरकारी घोषणाओं पर आधारित हैं। गैस सिलेंडर की कीमतें समय-समय पर बदल सकती हैं, जिनका निर्धारण पेट्रोलियम कंपनियां और सरकार करती हैं। लेख में दी गई कीमतें लेखन के समय की हैं और भविष्य में इनमें बदलाव संभव है। कृपया किसी भी निर्णय से पहले संबंधित गैस एजेंसी, सरकारी पोर्टल या अधिकृत स्रोत से जानकारी की पुष्टि अवश्य करें। लेखक या प्रकाशक किसी भी बदलाव या भ्रम की स्थिति में उत्तरदायी नहीं होंगे। विवेकपूर्ण निर्णय लेना उपभोक्ता की जिम्मेदारी है।